संचारी रोग अभियान की डीएम ने की समीक्षा।
संचारी रोग अभियान की डीएम ने की समीक्षा ।
ब्यूरो चीफ मऊ क्रांति पंडित कृष्ण बिहारी त्रिवेदी ब्यूरो चीफ गाजीपुर ।
गाजीपुर। जिलाधिकारी एमपी सिंह की अध्यक्षता में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा बैठक सोमवार को विकास भवन सभागार में हुई। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि शासन के निर्देश के क्रम में चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान को गति देने के लिए विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने बताया कि जिले में यह अभियान 1 से 31 जुलाई 2021 तक चलाया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागों को मिलाकर टीम बनाई जा रही है। इसके साथ ही जनपद में 12 से 25 जुलाई 2021 तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग एंव उसके साथ अन्य विभागों के द्वारा समन्वय स्थापित कर गांव-गांव लोगो को बीमारियों के बारे में जागरूक किया जायगा और उन्हें दवाएं मुहैया कराई जाएगी। इसके साथ ही अन्य रोगों से ग्रसित जरूरतमंदो को भी चिन्हित करते हुए उन्हे इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जनपद के शहरी/ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, एण्टीलार्वा का छिड़काव, पीने के पानी में क्लोरीन की गोली के प्रयोग के साथ नालियों की सफाई, झाड़ियों की कटाई का कार्य किया जाएगा। डीएम ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि संचारी रोग की रोक-थाम एंव नियंत्रण के लिए पूरी तैयारियां समयबद्ध ढंग से कर ली जाए। इसमे किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के विरूद्ध लड़ाई जारी है। ऐसे में जे.ई., ए.ई.एस. तथा अन्य संचारी व विषाणु जनित रोगो के दृष्टिगत किसी प्रकार की लापरवाही कत्तई न बरती जाए। उन्होंने कहा कि इंसफेलाइटिस, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनियां, कालाजार, डायरिया आदि संचारी रोगों से जुडे़ आशंकाओं को देखते हुए अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए युद्ध स्तर पर लगकर इस अभियान को सफल बनाएं। निर्देश दिया कि साप्ताहिक बंदी के दौरान शनिवार, रविवार को स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फागिंग का विशेष कार्यक्रम जनपद में संचालित किया जाए। तालाब व नालियों में एण्टीलार्वा का छिड़काव तथा कूड़े का निस्तारण ठीक ढंग से किया जाए। उन्होंने कृषि विभाग को मूषक प्रजाति के नियंत्रण पर विशेष कार्रवाई करने को कहा। बताया कि मूषक प्रजाति के जीव जैसे चूहा, गिलहरी, छढूंदर आदि के शरीर पर पाये जाने वाले स्क्रब टाइफस विषाणु कई गम्भीर बीमारियों का कारक होता है। यह विषाणु इन जीवों के शरीर से झाड़ियों में चिपक जाता है और वहां खेलने वाले बच्चों को संक्रमित कर देता है। इसलिए इस पर नियंत्रण बेहद आवश्यक है। दस्तक निगरानी समिति अपने-अपने क्षेत्रो की आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री को पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगी। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी जी.सी. मौर्य, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, समन्वयक विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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