जन सूचना मांगने पर पत्रकार को नहीं उपलब्ध कराई जा रही जन सूचना
**जनसूचना मांगने पर पत्रकार को नहीं उपलब्ध कराई जा रही है जनसूचना , जिलाधिकारी लें संज्ञान डायट के प्राचार्य एवं दो अध्यापकों की कारगुजारी बयां कर रहे वरिष्ठ पत्रकार रामानंद मिश्र **
मऊ/* मऊ जिले के जाने माने एवं वरिष्ठ पत्रकार रामानंद मिश्र न्याय के लिए दर दर भटक रहे हैं लेकिन ना तो उनको न्याय मिलने का आश्वाशन मिला ना ही अभी तक उनकी शिकायत को किसी अधिकारी ने संज्ञान में लिए । आलम ये है जिलाधिकारी सहित मंडलायुक्त एवं मुख्यमंत्री को किये गए शिकायत पर न तो अधिकारियों ने कोई कार्यवाई की गई और ना ही पत्रकार द्वारा मांगी जा रही जनसूचना की जानकारी दी जा रही है । और तो और डायट के ये कर्मचारी पत्रकार को जनसूचना वापस करने के लिए धमकी भी दे रहें हैं ।
जनपद के वरिष्ठ पत्रकार रामानंद मिश्र ने डायट के प्राचार्य हरि सिंह शाक्य , अध्यापक अभिषेक यादव एवं प्रीति सिंह एक राय होकर बीटीसी एवं बीएड के बच्चे बच्चीयों एवं अभिभावकों से नकल कराने एवं नंबर बढ़वाने के लिए पैसे की डिमांड करते हैं और अगर जो लोग पैसे नहीं देते हैं उन विद्यालय के छात्र छात्राओं को प्रीति सिंह और अभिषेक सिंह परेशान करते हैं साथ ही छात्र छात्राओं से बदतमीजी से बात कर परीक्षा केंद्र पर प्रीति सिंह छात्र छात्राओं के कपड़े उतरवाकर उन्हें बेइज्जत करती हैं । वहीं फर्जी विकलांग सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी कर रहे अभिषेक यादव डायट के प्राचार्य के साथ मिलीभगत कर नकल का सेंटर दिलवाने के नाम पर तीनों अवैध धन की वसूली करतें हैं । जो लोग पैसे नहीं देते हैं उनके विद्यालय के छात्र छात्राओं को परेशान किया जाता है ।
डायट के अध्यापक अभिषेक यादव का आलम ये है कि डायट के प्राचार्य हरि सिंह शाक्य की भी इनके आगे कुछ नहीं चलती । अभिषेक यादव जो चाहे जैसा चाहे मनमाना कार्य करते है जिसमें डायट प्राचार्य हरि सिंह शाक्य पूर्ण सहमति रहती है । हमने इन तीनों कर्मचारियों के बारे में जनसूचना मांगा है लेकिन अभी तक मुझे मांगी गई जनसूचना उपलब्ध नहीं कराई गई है । मैं जिलाधिकारी महोदय से मांग करता हूँ कि ऐसे डायट के कार्यकारियों के ऊपर अंकुश लगाए नहीं तो ये सभी प्रदेश की भाजपा सरकार को बदनाम करने की नीयत से अवैध वसूली कर रहें हैं जिससे जनता के बीच भाजपा की छवि खराब हो सके । पत्रकार रामानंद मिश्र कहते हैं कि अगर इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाई नहीं हुई और मांगी गई जनसूचना नहीं दी गयी तो मैं सूचना आयोग जाकर इनके खिलाफ सूचना छिपाने की कार्यवाई करूंगा ।
Comments
Post a Comment