छठ के दिन सूर्य पूजन से पूर्व उनके सवारी सात घोड़ों की पूजा करने का विधान

छठ के दिन सूर्य पूजन से पूर्व उनके सवारी सात घोड़ों की पूजा करने का विधान है। पंडित कृष्ण बिहारी त्रिवेदी ब्यूरो चीफ मऊ क्रांति न्यूज़ गाजीपुर। छठ पूजा 2021 तो भगवान भास्कर की उपासना के पर्व डाला छठ पहले दिन अस्ताचल गामी और दूसरे दिन उदयीमान सूर्य देव को अर्घ देकर पूजन अर्चन की जाती है लेकिन कुछ जगह ऐसे हैं जहां सूर्य देव के सवारी घोड़े की भी पूजा करने का विधान है बताते चलें कि जिला चंदौली में छठ व्रती महिला से छठ के दौरान वार्ता की गई तो वार्ता के दौरान पता चला कि छठ के दिन सूर्य भगवान के साथ ही उनके सवारी घोड़े का भी पूजा करने का विधान बताया गया है किदीपावली के 6 दिन बाद सात घोड़ों को नगर भ्रमण के लिए छोड़ा जाता है ठीक छठे दिन छठ के पर्व के दिन उक्त घोड़ों का विधिवत पूजन अर्चन कर उन्हें चना गुड़ खिलाया जाता है तथा छठ पूजा सफल होने का आशीर्वाद मांगने का का विधान है इस वजह से सूर्य भगवान के पूजन से पहले उनके सवारी घोड़ों की पूजा सबसे पहले की जाती है।

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