तरवां डबल मर्डर का खुलासा ,नौकरी व धन की लालच में प्रेमी संग बहू ने कराई थी लेखपाल दंपति की हत्या
सदावृज राजभर की खास रिपोर्ट,,,,,
तरवां डबल मर्डर का खुलासाः नौकरी व धन की लालच में प्रेमी संग बहू ने कराई थी लेखपाल दंपत्ति की हत्या
आजमगढ़। बीते 29 नवबंर को हुए लेखपाल दंपत्ति की हत्या नौकरी व धन की लालच में उनकी बहू ने प्रेमी के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने इस मामले में बहू समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके निशान देही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार को भी बरामद कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि पंकज यादव व उसकी प्रेमिका ज्योति का प्रेम प्रसंग था। उसके ससुर के नौकरी व धन के लालच मे आकर ज्योति व उसके प्रेमी पंकज यादव उसके मित्र जे.के. मलिक द्वारा योजना बनाकर ज्योति के श्वसुर व सास रामनगीना राम व मंशा देवी पत्नी रामनगीना राम की हत्या कर दिया।
पूछताछ में आरोपी अखिलेश यादव ने बताया कि पंकज और जे के मलिक से मेरी दोस्ती काफी दिनों से है। घटना से पांच दिन पहले झारखण्डे मंदिर पर पंकज बोला कि मेरी प्रेमिका ज्योति कौशल प्रताप के ससुर की हत्या करनी है। उसका ससुर लेखपाल है। लेखपाल की हत्या हो जाने पर उसके पति को नौकरी मिल जायेगी। और कुछ दिनों बाद पति की हत्या कर देने पर नौकरी ज्योति को मिल जायेगी फिर हम और ज्योति मौज करेंगे और वहां जो गहना मिलेगा जो करीब 10-12 लाख का है। वह तुम ले लेना फिर घटना से दो दिन पहले बताया कि 28 तारीख को चलना है। 28 तारीख को उसने एक दूसरे मोबाइल से फोन कर मुझे झारखण्डे मंदिर पर बुलाया। पंकज 6.30 बजे शाम को अपनी मोटरसाइकिल स्पलेण्डर से आया। पंकज ने अपनी गाड़ी में बंधा लोहे का राड मुझे दिया। फिर उसकी मोटरसाइकिल पर मैं बैठ गया और बेलइसा चौराहे पर मै अपने मोबाइल जो डिस्चार्ज हो रही थी चार्ज पर लगाने के लिए दे दिया। फिर हम लोग छतवारा आये। और बोगरिया बाजार से होते हुए नहर पकड़कर ग्राम पित्थौरपुर की तरफ चल दिये कि रास्ते में चनरा देवी कालेज के पास समय करीब 7.30 बजे शाम को दोनों लोग बीयर पिये तथा कुछ बीयर को मोटरसाइकिल के नंबरप्लेट पर गिराकर उसपर धूल पोत दिये ताकि नंबर प्लेट पढने में न आने पाए।
रात करीब 9 से 9.30 बजे के करीब हम दोंनो लोग लेखपाल के नए मकान से पहले नहर पुलिया के पास चकरोड़ पर अंदर ले जाकर अपनी मोटरसाइकिल खड़ा कर दिये और वहीं रुके रहे। कुछ देर बाद लेखपाल अपनी पत्नी के साथ अपने पुरान घर से आये। करीब एक डेढ घंटे बाद पंकज ने डिग्गी से बांका निकाला और मैं राड लिया। और लेखपाल के मकान की तरफ खेत से होते हुए चल दिये। हम दोनों लोग लेख पाल की खिड़की से अंदर घुसे। लेखपाल रामनगीना और उनकी पत्नी एक ही चौकी पर दोनों मच्छरदानी लगाकर गहरी नींद में सो गए थे। मैं अपने हाथ में लिए राड से मच्छरदानी हटाकर लेखपाल का सिह खीचकर एक जोरदार वार लेखपाल के सिर पर किया। और पंकज यादव ने अपने हाथ में लिए बांका से ताबडतोड़ उसकी गर्दन व चेहरे पर कई बार वार किया, इसी बीच उसकी पत्नी जग गयी। और हमलोगों से भीड़ गयी। तो मैने लेखपाल रामनगीना की पत्नी का हाथ पकड़कर जमीन पर पटक दिया और तबतक पंकज यादव ने लेखपाल को छोड़कर लेखपाल की पत्नी मंशा देवी के ऊपर कई बार वार कर दिया। जब हम लोगों को इत्मिनान हो गया कि दोनों मर गये है। इस संबंध में पुलिस ने गिलवारा निवासी अखिलेश यादव जितेन्द्र कुमार मलिक उर्फ जे के मलिक, गोलू उर्फ सर्वेश यादव, सिंटू यादव, धर्मेन्द्र यादव, रमाकान्त यादव, बहू ज्योति कौशल प्रताप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।"
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