2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व बहुत जरूरी (शमशेर गाजीपुरी)
*भाजपा मुस्लिम कार्यकर्ता*
साँसों का रुक जाना ही मरना नहीं है हर वो व्यक्ति मरा हुआ है जो सही को सही और गलत को गलत नहीं बोल सकता।
*2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा अल्पसख्यक मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व बहुत जरुरी*! शमशेर गाज़ीपुरी
*राष्ट्रीय विचार धारा* से ओतप्रोत अल्पसंख्यक समुदाय के राष्ट्रवादी मुसलमानों को भी भाजपा से टिकट देकर प्रतिनिधित्व का अवसर दिया जाना चाहीये यह बात मशहूर लेख़क समाजसेवी पत्रकार *राष्ट्रीय पत्रकार संघ (भारत)* के *महामंत्री- शमशेर गाजीपूरी* ने कही है।
*वहीं इसबार* भाजपा अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के तरफ से भी जोरदार मांग की जा रही है कि.... भाजपा अल्पसंख्यक मुस्लिम को उत्तर प्रदेश विधानसभा में टिकट देकर विपक्ष द्वारा फैलाई गई गंदी मानसिकता वाले विचारों को समाप्त करने का इससे बेहतर मौक़ा अब नही मिलेगा !
*प्रदेश के वरिष्ठ नेता* प्रदेश के विभिन्न पदों पर रहते हुए निःस्वार्थ भाव से पार्टीहित में लगभग 32 वर्षों से लगातार सेवाएं देने वाले *शमशेर गाज़ीपुरी* (लेखक समाजसेवी) राष्ट्रीय पत्रकार संघ (भारत) के महामंत्री का कहना है कि मेरे जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में जनाधार और समर्पित कार्यकर्ता पार्टी में मौजूद है जिन्होंने कठिन से कठिन परिस्थितियां आने के बाद भी भाजपा के परचम को नहीं छोड़ा !
*मेरा मानना है* कि अल्पसंख्यक मुस्लिम को आने वाले विधानसभा में टिकट दिया जाता है तो मुझे पूरा विश्वास हैं कि दूरगामी परिणाम आयेंगे और यशस्वी नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री जी के संकल्पित नारे सब का साथ ,सब का विकास, सब का विश्वास के नारे को गति मिलेगी !
*मुस्लिम समुदाय* के मशहूर नेता समाज सेवी शमशेर गाजीपूरी तन्मयता से पार्टी के लिये अपने समुदाय के लोगों को जागृत करने का काम करते चले आ रहे।
*उनका कहना है कि* आज के परिप्रेक्ष्य में जरुरी है कि मुस्लिम समुदाय के बीच जो भाजपा की विपरीत छवि विपक्षी दलों द्वारा बनाई गई हैं ऐसी परिस्थितियों में मुस्लिम कार्यकर्ताओं को काम करने का अच्छा मौका मिल जाएगा और अल्पसंख्यक समुदाय का यकायक रुझान भाजपा के तरफ़ और तेजी से बढेगी !
*क्योंकि* अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज ने सब को खुलकर वोट देकर देख लिया है अबकी बार उनका रुझान भाजपा के तरफ दिखाई देता नज़र आरहा है !
*पार्टी के* वरिष्ठजनों को समझने की जरूरत है, ऐसे तो पार्टी दुबारा सरकार बनाने जारही है लेकिन जो मुस्लिम विरोधी छवि है ये भी समाप्त हो जाएगी, जो नफ़रत की राजनीति करने वाली दाग है वह भी धुल जाएगी !
*लेकिन हर पार्टी की* एक सोची समझी नीति होती है कि किस विचारधारा को लेकर चले वह भी ख़ास कर उत्तर प्रदेश के लिए जहां धर्म-जाती की राजनीति पर ही सब कुछ निर्भर है काम पर वोट नही पड़ता !
*शमशेर गाज़ीपुरी के* समर्थन में भाजपा के सभी समर्पित अल्पसंख्यक मोर्चा के लोगों में उम्मीद की किरण और ख़ुशी की लहर दिखता नज़र आरहा था !
*क्योंकि* शमशेर गाज़ीपुरी अपनी बात को मज़बूती से रखते है और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के सभी कार्यकर्ताओं को एक जूट करने में भी इनका वरिष्ठ के नाते बड़ा योगदान रहता है क्योंकि कभी भी सरकारी या संगठनों में पद का लालसा न होने के कारण इनका किसी से कभी भी किसी मसलों पर विवाद नही रहा है !
*भाजपा मुस्लिम* वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, वर्तमान व पूर्व अध्यक्षों, संयोजकों,आयोग,बोर्ड,निगम,अकादमी, कमिटी के सभी चेयरमैन, अध्यक्षों या सदस्यों का भी पूरा समर्थन है कि इसबार अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज से उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रत्याशी बनाया जाना चाहिए !
*शमशेर गाज़ीपुरी ने* सभी भाजपा संगठन के प्रमुख पदाधिकारीयों को पत्रचार के माध्यम से मांग की थी और आजकल सब से चर्चित सोशल मीडिया व ट्वीटर के माध्यम से भी पदाधिकारियों को टैग किया था कि इसबार भाजपा से मुस्लिम समाज से प्रत्याशी बनाया जाए लेकिन ऐसा होता नजर नही आरहा है अब सिर्फ पूर्वांचल की लिस्ट आनी बाकी है !
*भाजपा मुस्लिम* नेता पार्टी के मानकों पर खड़े उतरने वाले जनाधार वाले मज़बूती से विधानसभा की टिकट की दावेदारी पेश किया लेकिन उन्हें टिकिट नही मिला नही मुस्लिम नेताओं को टिकिट मिलने की कोई संभावना है !
*भाजपा मुस्लिम* कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ने लगा था जब राष्ट्रीय अध्यक्ष जनाब *जमाल सिद्दीकी जी ने कहा था* कि *इसबार 20 टिकिट मिलने की संभावना है* टिकिट का मतलब सिनेमाघर या रेलवे की नही भाजपा से विधानसभा की बात थी !
*भाजपा की* जो पहली लिस्ट जारी हुई है उसमें भी जनाधार वाले भाजपा मुस्लिम नेता *एम आज़ाद अंसारी* जो कि प्रदेश व राष्ट्रीय में मज़बूती से *सहारनपुर देहात* से टिकट की दावेदारी की थी लेकिन उनको टिकट न देकर दूसरे पार्टी से आये जो आरक्षित सीट के उम्मीदवार है उनको सामान्य सीट से लड़ाया जाना क्या उच्चित है पार्टी को अभी भी विचार करना चाहिए ? पार्टीहित में मुस्लिम बहुल क्षेत्र से जनाधार वाले मुस्लिम नेता को टिकिट दे दिया जाय तो बेहतर होगा ?!
*भाजपा मुस्लिम* कद्दावर नेता सरकार में राज्य मंत्री *मोशिन राजा जी* को *लखनऊ पश्चिम या अमेठी* से और पार्टी के मानकों पर खरा उतरने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति सुरु करने वाले, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय मंत्री अल्पसंख्यक मोर्चा के *शफ़ाअत हुसैन जी* को *विधानसभा महमूदाबाद* जिला - सीतापुर से जहां कभी भाजपा जीतती नही है और टिकट की मांग भी कर रहे थे इस सीट पर भी पार्टी को विचार करना चाहिए ? *आफ़ताब मिर्जा* प्रदेश सह - सोशल मीडिया प्रमुख
अल्पसंख्यक मोर्चा उत्तर प्रदेश *मुबारक़ पुर* जिला आज़मगढ़ से लगातार टिकट की मांग कर रहे है, *मेराज़ हैदर* जिला अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा जौनपुर से और *शमशेर गाज़ीपुरी* ईमानदार लेख़क समाजसेवी निष्ठावान पूरी जवानी व जिंदगी भाजपा को देने वाले *मऊ शहर* से मुख्तार अंसारी के खिलाफ़ प्रत्याशी बनाया जाना चाहिए इनका इरादा भी है कि पार्टी अगर प्रत्याशी बनाती है तो मैं तैयार हूं ! टिकट की मांग भी सुरु कर दी है जिन्होंने 32 वर्ष भाजपा में रहते हुए *पहली बार बॉयोडाटा बनाया है* , यहां से भी भाजपा कभी जीतती नही है इनसे बेहतर प्रत्याशी भाजपा के पास हो ही नही सकता क्योंकि वह भी गाज़ीपुर के मुस्लिम बहुल इलाकों से आते है और पत्रकार संघ के राष्ट्रीय महासचिव भी है पूरा पत्रकार संघ इनके साथ है मऊ में इनके साथ भाजपा कार्यकर्ता व पूरी पत्रकार टीम व समाजसेवी भी है, भाजपा मुस्लिम अल्पसंख्यक मोर्चा के *अनेक कार्यकर्ता* टिकट की मांग कररहे है !
*मेरा कहने का मतलब* और मक़सद यह है कि भाजपा अपने मुस्लिम निष्ठावान विश्वासियों मज़बूत कार्यकर्ताओं को टिकट क्यों नही दे रही है जहां कभी भाजपा जीतती ही नही है !
*और कभी अन्य रास्ते से मौका* भी मिलता है तो भाजपा मुस्लिम कार्यकर्ताओं को विधानपरिषद या राज्यसभा न भेजकर अन्य लोगों को बनाती है आयोग, उर्दू अकादमी, मदरसा बोर्ड हो या अन्य सरकारी अनुष्ठानों में भी जो भाजपा के कार्यकर्ता नही है उन्हें भी सदस्य बना कर भाजपा कार्यकर्ताओं का हक़ मार दिया जाता है, किसी के जो करीबी होते है जैसे राजनाथ जी, योगी जी,मनोज सिन्हा जी, स्वतंत्रदेव जी बंसलजी, नकवी जी हो या अन्य वरिष्ठ नेताओं के करीबी हो या चाटूकारिता में माहिर हो उनका नाम चला जाता है, बाकी कुछ बचता है तो आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद जैसे अन्य संगठनों के माध्यम से भी कुछ ना कुछ होता रहता है तो बड़ा सवाल यह है कि जो अपनी पूरी जिंदगी भाजपा के साथ बिताएं वह बेचारा कहा जाए ?! *बड़ा सवाल है* !
*क्या पूरे उत्तर प्रदेश* में ऐसा कोई भाजपा मुस्लिम नेता है ही नहीं जो चुनाव लड़सके या लड़ाया जासके बड़ी शर्म की बात है!
*अगर ऐसा है* तो अल्पसंख्यक मोर्चा से तत्काल प्रभाव से मुस्लिम को हटा दिया जाय क्योंकि ऐसे भी मुस्लिम अब अल्पसंख्यक नही रहा !
उनको मुख्य धारा में लाकर उनसे कार्य कराया जाय ताकि उनका मनोबल न टूटे क्योंकि भाजपा के मुस्लिम कार्यकर्ताओं से विश्वसनीय व देशहित में कार्य करने वाले कोई मुस्लिम होही नही सकता यह सच्चे देशभक्त है राष्ट्रवाद के कारण भाजपा मुस्लिम कार्यकर्ताओं को विपक्ष द्वारा बदनाम व भेदभाव किया जाता रहा है !
*भीड़ की कमी नही थी मेरे "मजलिसों" में !*
लेक़िन
"शमशेर" सच बोलता रहा लोग उठते रहे !!
*राष्ट्रीय पत्रकार संघ - भारत*
राष्ट्रीय महासचिव
*शमशेर गाज़ीपुरी* के कलम से
9 4545 7 4545
*गुस्ताखी_माफ़*
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