*सफ़र में मुश्किलें आए तो हिम्मत और बढ़ती है, अगर कोई रास्ता रोके तो जुर्रत और बढ़ती है*(जगदीश सिंह की कलम से)
*सम्पादकीय*
✍️जगदीश सिंह सम्पादक✍️
*सफर में मुश्किलें आए, तो हिम्मत और बढ़ती है*!
*अगर कोई रास्ता रोके, तो जुर्रत और बढ़ती है*!!
*मगर बिकने पे आ जाओ, तो घट जाते है दाम अक्सर*? ,
*ना बिकने का इरादा हो तो, कीमत और बढ़ती है*?? ...
तबाही के मुहाने पर खड़ी मानवता के बिनाश के लिये बिध्वन्सक कार्यवाही में तल्लीन रसीया बहसी बन चुका है!दुनियां भर के देशों की अपील को ठुकरा कर युक्रेन के रिहायशी इलाकों में बमबारी कर रहा है। युक्रेन की बहादुर जनता अब मोर्चा सम्हाल लिया है! जगह जगह रूसी सैनिकों का रास्ता रोक रही है! जज्बा लिये हौसले की जंग लड रहा युक्रेन आज भी तन्हा तबाही झेल रहा है!और इसी का फायदा उठाकर रुस युक्रेन में बहसी खेल खेल रहा है।बर्बाद तो युक्रेन हो रहा है !लेकिन रुस की हालत भी खराब है!नाटो देशों ने आर्थिक प्रतिबन्ध लगाकर रुस की हेकड़ी को फुस कर दिया है! काला सागर का रास्ता रोक दिया गया सारे नाटो देश एक मंच पर आकर रसिया पर तंज कस रहे हैं! लेकिन खुलकर कोई युक्रेन के लिये सामने नहीं आ रहा है!मौत के मुंह में छटपटा रहा युक्रेन की हालत शेर के मुंह में फंसे जानवर की हो गयु है!दगाबाज अमेरीका ने युक्रेन को कहीं का नहीं छोड़ा?।पूरी तरह बर्बाद होने के लिये आग में झोंक दिया है।!इधर रुस का भी प्लान फेल होता नजर आ रहा है!आज युद्ध का चौथा दिन शुरू हो गया है!अभी तक सारी ताकत लगाकर भी रुस युक्रेन को झुका नहीं सका है। जल रहा है युक्रेन तमाशाई बने हैं नाटो देश ! तीसरे महायुद्ध के तरफ बढ़ रहा है दुनियां का परिवेश?अगर युद्ध इसी तरह एक हफ्ता और जारी रहा, होता युक्रेन पर बमबारी! रहा तो दोनों देश बर्बाद हो जायेंगे !और उसका परिणाम भुगतेगी सारी दुनिया! बर्चस्व के जंग मे परमाणु हमला भी हो सकता है?ऐसा हुआ तो दुनियां का बिनाश उसी दिन से शुरु हो जायेगा।आर्थिक प्रतिबन्धो के कारण रुस बौखलाहट मे है युक्रेन को सरेंडर करने के लिये ललकार रहा है!लेकिन युक्रेन की जनता जंग आर पार का करने के मूड में हैं!हर तरफ तबाही का मंजर है!इसकी भारत पूरी रख रहा खबर है?भारत के तरफ सारी दुनियां के देश हस्तक्षेप के लिये आशा भरी नजर से देख रहे हैं! क्या फ्रांसिसी भविष्य वक्ता नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी सच होने वाली है? समय करीब है सब साफ़ हो जायेगा! फिर एक बार भारत बिश्व गुरु बनकर आयेगा?? आईये उत्तर प्रदेश के चुनावी जंग का भी आकलन करते हैं!
*क्या इस बार भी यू पी में भगवा लहरायेगा*,??
चुनाव का दौर धीरे धीरे समापन के तरफ बढ़ रहा है! सियासी सूरज का तापमान रोज उपर चढ़ रहा है।जनसभाओं में उमड़ रहा जनसैलाब सबको ख्वाब दिखा रहा है!जहां देखिये जिस जन सभा में देखिये लोगों का रेला! सभी दलों में पहुंच कर लोग देख रहे हैं सियासी खेला!और उसी भीड़ को देखकर सियासतदार भर रहे हैं हूंकार!बना रहे हैं सरकार! पब्लिक चौकन्ना है!हर कदम पर सबको अपने हिसाब से ज़बाब दे रही है।इस बार के चुनाव में गजब का सियासी मंचन हो रहा है! बदजुबानी हैरानी पैदा कर रही है।आम आदमी अपनी जिन्दगी में मिलने वाली सुख सुविधा पर ही खुश हैं! और उसी पर कर रहा बहस है।बाकी मुद्दे इस बार फेल है। योगी सरकार ने यही तो किया खेल है!जिसने जो बोया है वहीं पायेगा।राममंदिर ,तीन सौ सत्तर, शौचालय , सरकारी राशन घर , के फार्मूले को बीजेपी सलीके से उभार रही है! बिपक्षी ज़बाब में कबाब में हड्डी बनकर गुजरे जमाने की याद दिला रहे हैं!यह सच है कि जाति बाद की जहरीली फसल सियासी हवा में नमी पाकर लहलहा रही है!उसी के दम पर सियासी सफर में लखनऊ जाने की चाहत रखने का ख्वाब पाले सियासतदार जिनका चुनाव बीतने के बाद आम आदमी के दुख दर्द से कुछ लेना देना नहीं है!जगह जगह अपना दम खम दिखा रहे हैं! यू पी में का बा के जबाब मे आते हैं बाबा! या बदल जाता फलसफा!चुनावी जंग में सब कुछ बदरंग हो गया है?आने वाले कल में देखें कमल खिलता है! या लखनऊ साईकील चलती है! लोकतन्त्र के जंगल से दहाड़ मारती हाथी मचलते हुये निकलती है ! कुछ भी कहना आसान नहीं है! समय करीब है! मतदान जरूर करें? अपने अधिकार को कभी न भूलें! आप का एक मत सरकार बना भी सकता है बिगाड़ सकता है।
लखनऊ आप के फैसले का इन्तजार कर रहा है।
जयहिंद🙏🏻🙏🏻
जगदीश सिंह सम्पादक
7860503468 वाटशप
26-2-2022
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