पत्रकारों पर उत्पीड़न अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा (राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत)
गाजीपुर
राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत की गाजीपुर में की गई समीक्षा बैठक पत्रकारों पर उत्पीड़न सख्त बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
खुदी न बेच गरीबी में नाम पैदा कर अपने आप में ऊंचा मुकाम पैदा कर
आपको बताते चलें आए दिन पत्रकारों के साथ उत्पीड़न हो रहा है पत्रकारों की हत्या की जा रही है पत्रकारों की कलम को रोका जाता है जबकि पत्रकार समाज का आईना होता है और विश्व का चौथा स्तंभ कहे जाने वाला पत्रकार आज गुंडे और माफियाओं के इशारे पर डर कर लिखने का काम करता है जब पत्रकार अपनी कलम से किसी सच्चाई को उजागर करता है तो उसकी कलम को लोग दबाने का काम करते हैं आज उसी कड़ी में गाजीपुर के बिरनो थाना के अंतर्गत काशीनाथ महाविद्यालय में राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत की आवश्यक समीक्षा बैठक की गई जिसमें राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सिंह, महिला मोर्चा पूनम सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ0 अशोक चौहान, प्रदेश संगठन मंत्री विनोद कुमार सिंह, पूर्वांचल प्रभारी कलीम आजमी, प्रदेश अध्यक्ष महिला कंचन सिंह, धीरेंद्र सिंह राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष, जे0पी0 रावत राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अश्वनी सिंह, जिला अध्यक्ष आजमगढ़ कमल सिंह यादव, आजमगढ़ जिला मीडिया प्रभारी अमित खरवार, जिला अध्यक्ष मऊ धर्मेंद्र भारद्वाज, जिलाध्यक्ष गाजीपुर महेशानंद श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष बलिया अमरनाथ चौरसिया, जिला अध्यक्ष चंदौली सुनील सिंह, जिला प्रभारी चंदौली डॉ अशोक सिंह, प्रदेश संयोजक जमील अंसारी, सुरेंद्र सिंह मंडल संयोजक वाराणसी, आदि लोगों ने शपथ लिया कि हम कलमकार अपनी कलम को कभी नहीं रोक सकते और जो लिखेंगे सही लिखेंगे किसी के डराने और धमकाने से नहीं डरने वाले हैं और पत्रकारों ने कहा की ,,मुश्किलें इंसान के दिल के इरादों को आजमाती हैं स्वप्न के पर्दे निगाहों से हटाती हैं मुश्किलों से कभी मत घबराना पत्रकार साथियों क्योंकि ठोकरें तो इंसान को चलना सिखाती हैं,, हम पत्रकार साथियों के सर पर राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत का बैनर व उसके मुखिया राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सिंह का जब आशीर्वाद व हाथ हम पत्रकारों के सर पर है तो दिग्गज से दिग्गज गुंडा माफियाओं से डरने वाले हम लोग नहीं हैं
इसी कड़ी में डॉक्टर अशोक चौहान ने कहा कि जो चाटुकार और दलाली करते हैं उनके लिए कहना चाहूंगा ,,गमे दौरे हंसती से गुजर क्यों नहीं जाते जीना नहीं आता तो मर क्यों नहीं जाते जाना है उस पार तो तूफा भी मिलेगा डरते हो तो कश्ती से उतर क्यों नहीं जाते
पत्रकार एकता जिंदाबाद राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत जिंदाबाद
ब्यूरो रिपोर्ट अमित खरवार
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